PM Modi के संसदीय क्षेत्र में सिर्फ कागजों पर ही चल रहा बाबा का बुलडोजर, नही हट रहा अतिक्रमण

राजकुमार गुप्ता

~ प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में सिर्फ कागजों पर ही चल रहा बाबा काम

~ लोकायुक्त के जाँच से घिरे बदनाम सरकारी लुटेरों को बचाने के लिए खड़ा पूरा तहसील महकमा

~ फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले हल्का लेखपाल को यही नहीं पता कि चकमार्ग कहाँ से कहाँ तक है और उस पर क़ब्ज़ा किसका है ?

वाराणसी (राजातालाब)। कागजों में फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले हल्का लेखपाल की कारगुजारी बनी चर्चा का विषय पीड़ित ने सीएम योगी को एक्स पर पोस्ट कर फर्जी रिपोर्ट लगाने वाले लेखपाल के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की की मांग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राजातालाब तहसील के लेखपालों के द्वारा आजकल कागजों में अतिक्रमण हटवाया जा रहा है। जिसकी शिकायत पीड़ित के द्वारा सीएम योगी से की।मामला राजातालाब तहसील क्षेत्र के कचनार गाँव में आबादी के बीच से गए चकमार्ग का है। स्थानीय निवासी राजकुमार गुप्ता के द्वारा रविवार को सीएम योगी से शिकायत कर हल्का लेखपाल की कारगुज़ारी की शिकायत की। दिए गए शिकायती पत्र में आरोप है कि 3 सितंबर को ज़िलाधिकारी को दिए गए शिकायत द्वारा ग्राम सभा कचनार परगना कसवार सरकारी व तहसील राजातालाब के चक मार्ग संख्या 705 और 712 पर कब्जा कर गाँव के रिटायर्ड दरोग़ा के बेटों भू माफियाओं द्वारा अवैध निर्माण कर चक मार्ग पर अतिक्रमण कर चकमार्ग का अस्तित्व समाप्त कर दिए जाने की शिकायत किया था।

जिसकी न जांच न पैमाइश हल्का लेखपाल द्वारा भू माफिया को लाभ पहुंचाने की नीयत से वास्तविकता छुपाते हुए मिथ्या रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया गया है जिससे चकमार्ग पर अवैध कब्जा लेखपाल की कारगुजारी के चलते बरकरार है। जबकि हल्का लेखपाल के द्वारा जांच आख्या में भूमाफियाओं के अवैध अतिक्रमण के संबंध में कोई जिक्र ना करके भू माफिया को अनुचित लाभ पहुंचाने की पुरजोर कोशिश किया गया है। जिससे ग्राम सभा के चकमार्ग की अपूरणीय क्षति हो रही है।

हल्का लेखपाल द्वारा जांच आख्या में लिखा गया है कि उपरोक्त चकमार्ग की पूर्व में कई बार पैमाइश किया गया है मौक़े पर से विपक्षी का चार पहिया वाहन हटवा दिया गया है निस्तारण में हल्का लेखपाल द्वारा गलत, फर्जी झूठी, मिथ्या आख्या प्रस्तुत कर वास्तविकता को छुपाया गया है। जिससे भूमाफियाओं को फायदा पहुंचाया जा सके जो भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराधिक कृत आता में है।

शिकायतकर्ता द्वारा गलत निस्तारण से असंतुष्ट होने पर 15 सितंबर को सोशल मीडिया एक्स पर सीएम योगी को फ़ीडबैक प्रतिक्रिया दी गई। शिकायत को जांच एवं कार्यवाही हेतु उपजिलाधिकारी राजातालाब को अंतरित कर दिया गया। पुनः लेखपाल/ जांच अधिकारी द्वारा गलत, फर्जी, झूठी रिपोर्ट अवैध भूमाफियाओं को लाभ पहुंचाने हेतु प्रेषित की गई जिसमें यह तो माना गया कि चक मार्ग को विपक्षी द्वारा अपने चार वाहन पार्किंग में शामिल कर लिया गया है। विपक्षी का चार पहिया वाहन चकमार्ग से हटवा कर खाली करा दिया गया हैं पूर्णतया मिथ्या है। परंतु चकमार्ग पर से ना ही चार पहिया वाहन हटा है और ना ही पैमाइश कर पक्का निर्माण भी नही हटवाया गया हैं। लगाई गई रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो रहा है कि हल्का लेखपाल मौके पर गए ज़रूर परंतु बिना पैमाइश ही इस स्मार्ट मेमो को बना दिया और कागजों पर मामले का निस्तारण कर दिया क्योंकि शिकायतकर्ता को दी गई रिपोर्ट में किसी शिकायतकर्ताओ के भी हस्ताक्षर नहीं है जो हल्का लेखपाल को कटघरे में खड़ा कर रहा है। इतना ही नहीं हल्का लेखपाल के द्वारा कागज पर बाबा का बुलडोजर चला कर चंद्रमा से अतिक्रमण भी हटवा दिया गया है उक्त बातें हल्का लेखपाल के द्वारा जनसुनवाई पर की गई ऑनलाइन शिकायत की रिपोर्ट में अंकित है। रिपोर्ट लगाते समय हल्का लेखपाल को शायद यह नहीं पता था कि चकमार्ग कहाँ से कहाँ तक है और उस पर क़ब्ज़ा किसका है उसकी लंबाई और चौड़ाई क्या है। बड़ा सवाल यह है कि जब हल्का लेखपाल को पता ही नहीं है कि जिस जगह की शिकायत हुई है वह चकमार्ग कहाँ से कहाँ तक है उसकी लंबाई और चौड़ाई क्या है उसपर क़ब्ज़ा किसका है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि हल्का लेखपाल के द्वारा भू माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए शिकायतकर्ताओं को फर्जी रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई। वही हल्का लेखपाल सुजीत कुमार का कहना है कि मेरे द्वारा मौके पर जाकर जांच की गई है और जो भी संभव करवाई थी वह की जा चुकी है।

बता दें कि कुछ माह पहले उक्त चकमार्ग से अवैध क़ब्ज़ा हटाने की शिकायत पर मौक़े पर खाली होने कि फ़र्ज़ी रिपोर्ट लगाने वाले पूर्व लेखपाल धीरेंद्र नारायण सिंह और राधेश्याम चौहान सहित पूर्व क़ानूनगो अशोक सिंह को लोकायुक्त की नोटिस जारी है साथ ही ज़िलाधिकारी को तीन सदस्यीय समिति गठित कर 10 अक्टूबर के पहले रिपोर्ट तलब किया गया है के जाँच से घिरे बदनाम सरकारी लुटेरों को बचाने के लिए खड़ा है पूरा तहसील महकमा। राजकुमार गुप्ता ने कहा है कि अवैध क़ब्ज़ा हटवाने और सरकार को चूना लगाने वाले सरकारी लुटेरों दोषियों को दण्डित कराने के लिए उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया जाएगा।

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