सूदखोर का आतंक: दुकान में घुसकर दुकानदार से की मारपीट, पुलिस ने नहीं दर्ज किया मुकदमा, उल्टा पीड़ित का ही कर दिया चालान
~ दबंग सूदखोर ने दुकानदार से किया वैसे की मांग, न देने पर किया मारपीट
~ वाह रे सारनाथ पुलिस!! दबंग को छोड़ दुकानदार का ही कर दिया चालान,
~ थाने के एक पक्षीय कार्यवाही से पीड़ित दुकानदार दुखी,
~ पिछले साल बलिया के एक सुनार से सूदखोरों के आतंक से त्रस्त होकर कर ली थी Live आत्महत्या
वाराणसी। एक तरफ जहां यूपी सरकार गुंडाराज खत्म करने पर लगी हुई है। वहीं हमारे सारनाथ थाने की पुलिस गुंडो को बढ़ावा दे रही है । ऐसा ही एक मामला पैगम्बरपुर का सामने आया है। पैगम्बरपुर थाना सरनाथ निवासी पीड़ित राहुल सेठ पुत्र रविन्द्र सेठ के अनुसार उनका पैगम्बरपुर के पंचकोशी चौराहे पर ‘ज्वेलरी व रोहित साड़ी घर’ के नाम से दुकान है । दिनांक 22/08/24 की शाम समय 6:30 पर पीड़ित अपने दुकान पर पत्नी के साथ बैठकर दुकानदारी कर रहा था तभी नशे की हालत में दबंग सूदखोर जीत नारायण पुत्र उमाशंकर सिंह निवासी अनमोल नगर, अक्था का रहने वाला है, दुकान में घुसकर जबरन पैसा मांगने लगा पीड़ित द्वारा पैसा देने से इनकार करने पर पीड़ित और उसकी पत्नी को भद्दी -2 गालियां देने लगा तथा मारपीट पर उतारू हो गया। जिससे दुकानदार के चेहरे पर चोटे भी आई, दुकान में उपस्थित ग्राहकों ने बीच-बचाव कर किसी तरह पीड़ित की जान बचाई। बीच बचाव में जीत नरायन गिर गया जिससे उसके नाक में हल्की चोटे भी आयी। पीड़ित को जान से मारने की धमकी देते हुए जीत नरायण वहां से चला गया और थाने जाकर अपने दबंगई व सांठ-गांठ के बल पर उल्टा पीढ़ित के खिलाफ को किसी दीवान से फोन करवा कर रात्रि में ही थाना बुलाया गया। जिस पर पीढ़ित दुकानदार द्वारा अपनी बात बताते हुए विनम्र तरीके से सुबह आने को बोला गया। सुबह जाने पर पीड़ित द्वारा भी प्रार्थना पत्र दिया गया । थाने पर दबंग का गहरा सबन्ध होने के नाते थाना द्वारा एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए पीड़ित को ही दोषी मानते हुए शांति भंग में चालान कर दिया गया।पीड़ित चिल्लाता रहा लेकिन उसकी एक न सुनी गई।
राहुल सेठ के पिता रविन्द्र सेठ ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि शराब के नशे में धुत्त सूदखोर ने दुकान में घुस कर माँ बहन की भद्दी भद्दी गालियां देते हुए मारपीट की, जिसकी तहरीर थाने पर देने के बावजूद थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता ने नहीं कि कोई कार्यवाही उल्टा हमारे बेटे पर ही शांति भंग में चालान कर दिया और उन्होंने बताया कि दबंग सूदखोर का कोई भाई पुलिस विभाग में कार्यरत है जिसने नाम पर ये दबंगई और अपना सूदखोरी का काम करता है।
पिछले साल बलिया के एक व्यापारी से सूदखोरों के आतंक से त्रस्त होकर कर ली थी Live आत्महत्या ऐसा ही एक मामला पिछले साल बलिया शहर में आया था इन सूदखोरों के कारण परेशान होकर एक व्यक्ति ने फेसबुक पर लाइव आकर अपने आपको गोली मारकर आत्महत्या कर लिया था,
बता दें कि बलिया में गन हाउस संचालक नंदलाल गुप्ता फेसबुक पर लाइव आए। उन्होंने कहा कि हमें बेवजह परेशान किया जा रहा है, सूदखोरों से हमने थोड़ा-बहुत पैसा लिया था, उतने रुपये से बहुत अधिक मैं उन लोगों को दे चुका हूं लेकिन आज उन लोगों ने मेरा घर भी लिखवा लिया है, अब मैं जीना नहीं चाहता। इतना कहते हुए व्यापारी नंदलाल ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल निकली और सबके सामने ही live, खुद को गोली मार ली। इस घटना से हड़कंप मच गया जिसने सुना स्तब्ध रह गया। सूदखोरों का ऐसा आतंक की जबरी घर लिखवा लिया, आत्महत्या को मजबूर कर दिया लेकिन व्यापारी को उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नही हुई।
ये किसी एक शहर की बात नही है, पुलिस से सूदखोरों का साठगांठ जगजाहिर है, ऐसा ही मामला जहां व्यापारी ने पुलिस कमिश्नरेट की सारनाथ पुलिस को इसकी लिखित तहरीर दी लेकिन सारनाथ पुलिस ने पीढ़ित ऑयर ही शांति भंग कर चालान कर दिया। अब ऐसे में सारनाथ पुलिस के थाना प्रभारी परमहंस गुप्ता कई सवाल खड़े कर दिए थे। यदि इस तरह के मामले में पुलिस ने सख्ती से काम नही लिया तो ऐसे सूदखोरों को बढ़ावा मिलेगा, और व्यापारी लूटने आत्महत्या करते रहेंगे।