पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में छात्र संघ चुनाव बहाली को लेकर समाजवादी छात्र सभा का जोरदार प्रदर्शन
नीरज सिंह, वाराणसी
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वाराणसी, 31 दिसंबर 2024: छात्र संघ चुनाव बहाल करने और छात्र-छात्राओं की विभिन्न समस्याओं को लेकर समाजवादी छात्र सभा ने आज जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई।
छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग पर अड़ा छात्र संगठन
समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने छात्र संघ चुनाव बहाल कराने और छात्र हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। संगठन का कहना है कि छात्र संघ चुनाव बहाल कराना लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बेहद जरूरी है। छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर जिला अधिकारी के प्रतिनिधि एसीपी कैंट विद्युत सक्सेना को ज्ञापन सौंपा।
छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की
प्रदर्शन के दौरान छात्र सभा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। छात्रों ने प्रशासन पर मांगों को अनसुना करने का आरोप लगाया, जबकि पुलिस ने भीड़ को काबू में करने की कोशिश की। हालात को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी मौके पर बुलाया गया।
छात्र नेताओं ने छात्रसंघ बहाली को लेकर क्या कहा
प्रदर्शन में मौजूद समाजवादी छात्र सभा के जिला अध्यक्ष राहुल सोनकर और महानगर अध्यक्ष आयुष यादव ने कहा कि छात्र संघ चुनाव बहाली को लेकर संगठन सड़क से सदन तक संघर्ष करेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में छात्र संघ चुनाव बंद होने से छात्रों की आवाज दबाई जा रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ये रही प्रमुख मांगे:
- छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं।
- कॉलेजों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
- फीस वृद्धि पर रोक लगाई जाए।
- छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
- लाइब्रेरी और हॉस्टल की स्थिति में सुधार किया जाए।
प्रदर्शन में शामिल रहे ये छात्र नेता
इस प्रदर्शन में मनोज यादव (गोलू), अनुराग यादव, जितेंद्र यादव, शिवा सोनकर, धर्मवीर प्रजापति, शुभम पाल, आदर्श गौतम, पंकज यादव, अंकुश यादव, पवन वर्मा, नमन राय और अमितेंद्र सिंह सहित दर्जनों छात्र मौजूद रहे।
छात्र संघ चुनाव बहाली का मुद्दा गरमाया
छात्र नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो प्रदर्शन और उग्र किया जाएगा। समाजवादी छात्र सभा ने कहा कि छात्र हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
प्रशासन ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और उच्च अधिकारियों तक ज्ञापन पहुंचाया जाएगा। हालांकि, छात्रों ने कहा कि वे लिखित आश्वासन के बिना शांत नहीं बैठेंगे।
समाजवादी छात्र सभा ने कहा कि अगर जल्द ही समाधान नहीं निकला तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे और प्रशासन को झुकने के लिए मजबूर करेंगे।
कार्यक्रम के अंत में छात्र नेताओं ने छात्रों से एकजुट रहने और आंदोलन को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई छात्रों के अधिकारों और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है, जिसमें हर किसी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।