Varanasi: बाल दिवस के अवसर पर RM Children English School के छोटे नौनिहालों ने दिखाई कलाकारी
बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन, 14 नवम्बर को मनाया जाता है, क्योंकि वे बच्चों के प्रति अपनी गहरी स्नेहभावना और उनकी शिक्षा एवं कल्याण के प्रति समर्पण के लिए प्रसिद्ध थे। यह दिन बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और उनके समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
वीरेंद्र पटेल, वाराणसी
वाराणसी (बड़ागांव): आज वाराणसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के आर.एम. चिल्ड्रेन इंग्लिश स्कूल, दासेपुर हरहुआ में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर बाल दिवस समारोह मनाया गया।
पंडित नेहरू को बच्चों से विशेष लगाव था और उन्हें बच्चों के मामलों में गहरी रुचि थी, इसलिए उन्हें स्नेहपूर्वक “चाचा नेहरू” के नाम से जाना जाता है। उनके योगदान को याद करते हुए विद्यालय में इस दिन को बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया।
समारोह के दौरान विद्यालय में एक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें छोटे बच्चों और बच्चियों ने अपनी कड़ी मेहनत और क्रिएटिविटी का शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी में छात्रों ने चंद्रयान के मॉडल, बैटरी से चलने वाले फैन, और सोलर पैनल से संचालित फैन जैसे विज्ञान आधारित नवाचारों को प्रदर्शित किया। बच्चों ने अपनी बनाई हुई कलाकारी के बारे में विस्तार से बताया और बताया कि किस तरह से ये विज्ञान के मॉडल मानव जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
इस अवसर पर बच्चों ने न केवल विज्ञान से जुड़े मॉडल दिखाए, बल्कि उन्होंने वीडियो के माध्यम से यह भी समझाया कि मानव जीवन को कैसे संतुलित और जागरूक तरीके से जिया जा सकता है। बच्चों द्वारा दिखाए गए विज्ञान मॉडल और उनके विचारों ने सभी दर्शकों को बहुत प्रभावित किया।
विद्यालय के संस्थापक मारकंडेय सिंह चौहान ने बताया कि इस विज्ञान प्रदर्शनी में लगभग 240 छात्रों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम विद्यालय के प्रबंधक अशोक कुमार सिंह, प्रधानाचार्य चंद्रकला श्रीवास्तव, और समस्त शिक्षकों की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
समारोह में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ भी मौजूद थे, जिनमें अमित कुमार चौहान, अरुण कुमार चौहान, पूजा चौहान, सोनी चौहान, अमरावती पटेल, अनीता बिंद, ज्योति सिंह, लक्ष्मी सिंह, रेखा पाल, अंकित पाल, हर्ष चौहान, बिना चौहान, और शारदा देवी जैसे शिक्षक शामिल थे। सभी शिक्षकों ने बच्चों की कला और विज्ञान प्रदर्शनी की सराहना की और उनके प्रयासों को प्रोत्साहित किया।
बाल दिवस के इस आयोजन ने न केवल बच्चों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में भी नई संभावनाओं के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया।