Varanasi: गंगा का जलस्तर बढ़ा, निचले इलाकों में पानी घुसने से पलायन को मजबूर लोग
मो० आरिफ़ अंसारी
~ गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति
~ निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति से लोगों ने किया पलायन
~ घाटों पर आरती का स्थान बदला गया
वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, रविवार को गंगा का जलस्तर 70.5 मीटर पर पहुंच गया, जबकि शनिवार को यह 68.34 मीटर था। चेतावनी और खतरे के स्तर के नजदीक पहुंचने के कारण प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।
बढ़ से प्रभावित क्षेत्र:
गंगा और वरुणा नदियों के निचले इलाकों, जैसे चंदन शहीद, सराय मोहना, राजघाट, खजुरी, कोनिया, मंगरहा वीरबाबा मंदिर, मौर्य बस्ती सहित अन्य जगहों पर पानी घुस गया है। इस स्थिति को देखते हुए नावों का संचालन रोक दिया गया है।
प्रशासन की सक्रियता, राहत कार्य शुरू
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम और अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने राहत शिविरों में सफाई, पेयजल, भोजन, और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एनडीआरएफ, जल पुलिस और प्रशासन को अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
गंगा किनारे हो रही आरती का स्थान बदला
गंगा का जलस्तर बढ़ने से सभी घाट डूब चुके हैं, जिसके कारण रोजाना होने वाली गंगा आरती का स्थान बदलना पड़ा। गंगा सेवा निधि के अनुसार, दशाश्वमेध घाट पर आरती का मंच डूब जाने से इसे ऊंचे स्थान पर पहुंचाया गया है, ताकि भक्तों को आरती का दर्शन सुरक्षित रूप से कराया जा सके।
प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं।